Edited By Afjal Khan, Updated: 13 Feb, 2023 04:50 PM

डीडवाना रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस द्वारा दस्तयाब किए गए एक बालक ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच दी। बालक की इस कहानी से एकबारगी तो हड़कंप मच गया। लेकिन जब मामले की जांच की गई तो यह पूरी कहानी झूठी निकली।
डीडवाना रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस द्वारा दस्तयाब किए गए एक बालक ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच दी। बालक की इस कहानी से एकबारगी तो हड़कंप मच गया। लेकिन जब मामले की जांच की गई तो यह पूरी कहानी झूठी निकली। दरअसल 12 फरवरी को डीडवाना जीआरपी के सामने एक 10 वर्षीय बालक के कथित अपहरण का मामला सामने आया था। मामले के मुताबिक दिल्ली जाने वाली ट्रेन में टीटीई को एक बालक बिना टिकट यात्रा करते हुए मिला था। इस बालक से टीटीई ने जब पूछताछ की, तो उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था और उसके बाद गाड़ी में डालकर उसे डेगाना ले आये। जिसके चंगुल से भागकर वह इस ट्रेन में चढ गया है। जिसके बाद टीटीई ने बालक को डीडवाना जीआरपी पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
वहीं जब जीआरपी पुलिस में मामले की तहकीकात की तो अपहरण की कहानी झूठी साबित हुई है। जांच में सामने आया है कि बच्चे ने परिजनों की डांट डपट के डर से अपहरण की कहानी बनाई है। डांट से बचने के लिए बालक घर से भागकर ट्रेन में चढ़ गया और घबराकर ट्रेन के गार्ड और जीआरपी पुलिस को अपने अपहरण की कहानी सुना दी। लेकिन इस घटना ने रेलवे के अधिकारियों और जीआरपी पुलिस की अच्छी खासी परेड करवा दी।