Edited By Afjal Khan, Updated: 15 Sep, 2023 05:57 PM
इस खतरनाक वायरस ने स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.निपाह वायरस वैसे तो कम संक्रामक होता है, लेकिन यह घातक माना जाता है.
देश अभी कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से उभरा ही था कि एक और वायरस ने केरल में दस्तक दे दी है. इस खतरनाक वायरस ने स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.निपाह वायरस वैसे तो कम संक्रामक होता है, लेकिन यह घातक माना जाता है.दरअसल इससे संक्रमित लोगों की संख्या कम हो सकती है, लेकिन इसमें वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों की मृत्यु दर ज्यादा होती है. ऐसे में इसे काफी खतरनाक माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय क्या हैं.
निपाह वायरस एक जेनेटिक वायरस होता है, जो जानवर से इंसानों में प्रवेश करता है फिर इंसानों के बीच फैलता है. यह एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से चमगादड़, सूअर, कुत्ते और घोड़े जैसे जानवरों को प्रभावित करता है. इस वायरस का नाम मलेशिया के एक गांव पर पड़ा है, जहां सबसे पहले इसका मामला सामने आया था. यह फ्लाइंग फॉक्स नाम के चमगादड़ से फैलता है. वायरस से संक्रमित चमगादड़ इंसानों में संक्रमण फैलाते हैं. यही नहीं कई बार इनके द्वारा खाए गए फल को गलती से खा लेने से भी संक्रमण का खतरा बन जाता है. इससे संक्रमित हुआ व्यक्ति दूसरे में इस संक्रमण को फैलाता है.
यह वायरस संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से फैल सकता है. निपाह से पीड़ित लोगों के शवों से भी संक्रमण फैल सकता है. संक्रमण बंद, भीड़ भरे वातावरण में खांसी और छींक के माध्यम से फैलने के लिए भी जाना जाता है. यह खुले, हवादार स्थानों में नहीं फैल सकता.
बचने के ये हैं तरीके
- निपाह वायरस से बचने के लिए हाथों को साबुन से धोएं
- बार-बार आंखों या फिर मुंह को छूने से बचें
- चमगादड़ों के रहने वाले पेड़ों या फिर अन्य जगहों के संपर्क में आने से बचें हेल्दी खान-पान रखें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं