Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 19 Aug, 2025 03:39 PM

करौली जिले की रेसला ब्लॉक कार्यकारिणी ने व्याख्याताओं की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। पदोन्नति, डीपीसी, स्थायीकरण और व्याख्याताओं के पद सृजन की मांग। 21 अगस्त को बीकानेर में धरने की चेतावनी।
रेसला ब्लॉक कार्यकारिणी करौली ने सोमवार को व्याख्याताओं की ज्वलंत मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी (एसडीएम) प्रेमराज मीणा को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि वरिष्ठ व्याख्याता का पद डाइंग घोषित किया जाए तथा नव क्रमोन्नत विद्यालयों में व्याख्याताओं के पद सृजित किए जाएं।
रेसला कार्यकारिणी ने निदेशालय से पिछले तीन वर्षों से लंबित मांगों के शीघ्र समाधान की मांग उठाई। इनमें उप प्राचार्य 2023-24 एवं 2024-25 की डीपीसी, प्राचार्य 2023-24 एवं 2024-25 की काउंसलिंग, प्राचार्य 2025-26 की डीपीसी, तथा व्याख्याता 2023-24, 2024-25 और 2025-26 की डीपीसी शीघ्र सम्पन्न करना शामिल है। साथ ही, एसबीसी शून्य मेरिट व्याख्याताओं का स्थायीकरण भी प्रमुख मांगों में शामिल रहा।
रेसला पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार और निदेशालय द्वारा शीघ्र उचित कदम नहीं उठाए गए, तो 21 अगस्त को शिक्षा निदेशालय बीकानेर पर धरना दिया जाएगा। इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुईं तो विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा पर रैली व धरना दिया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित रहे पदाधिकारी और व्याख्याता: ब्लॉक संरक्षक घनश्याम मीना, ब्लॉक महामंत्री जवाहर सिंह, पूर्व ब्लॉक महामंत्री वीरेंद्र बैंसला, अति. जिला मंत्री राजेंद्र आगर्री, सभाध्यक्ष मुकेश शर्मा, गवर्नर सिंह, फूलसिंह, कृष्णअवतार सिंह, हरकेश मीना आरपी, अमरसिंह आरपी, सुमेर चतुर्वेदी, जलसिंह, ऋषिकेश, मुनेश मीना, पुष्पेन्द्र गुप्ता, अनिल गौड़ सहित अन्य व्याख्याता मौजूद रहे।