Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 23 Jul, 2025 07:45 PM

कवाई (करौली) | शहीद भगत सिंह की क्रांति से प्रेरणा लेकर निकाली जा रही जन क्रांति यात्रा बुधवार को कवाई कस्बे में जब पहुंची, तो सर्व समाज का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बारिश और कीचड़ के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। हर मोड़, हर चौराहे पर ढोल-नगाड़ों,...
कवाई (करौली) | शहीद भगत सिंह की क्रांति से प्रेरणा लेकर निकाली जा रही जन क्रांति यात्रा बुधवार को कवाई कस्बे में जब पहुंची, तो सर्व समाज का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बारिश और कीचड़ के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। हर मोड़, हर चौराहे पर ढोल-नगाड़ों, पुष्पवर्षा और नारों के साथ नरेश मीणा का भव्य स्वागत हुआ। रैली के दौरान कवाई कस्बे में पारंपरिक मंगलगीतों की स्वर लहरियों से वातावरण गूंज उठा। सेन मोहल्ला की महिलाओं ने वार्ड पंच गिरिजा सेन के नेतृत्व में मंगलगीत गाकर और आशीर्वाद देकर मीणा का अभिनंदन किया।
जनता से सीधा संवाद: नरेश मीणा की हुंकार
बारिश में भीगते हुए जनसभा को संबोधित करते हुए नरेश मीणा ने कहा- "यह कोई राजनीतिक प्रदर्शन नहीं, यह जनसंघर्ष है। गरीब, किसान, मजदूर और युवाओं के अधिकारों के लिए मेरी यह लड़ाई आख़िरी सांस तक चलेगी। मैं यह यात्रा नंगे पैर पूरा करूंगा, चाहे छाले पड़ें या चमड़ी उतर जाए।" उन्होंने कहा कि देश को आज़ाद हुए 78 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन गाँव, दलित, किसान और युवा आज भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। नशाखोरी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को उन्होंने समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया।
सार्दुलपुर विधायक भी हुए शामिल
चूरू के सार्दुलपुर विधायक मनोज नांगली, जो बसपा से जीतकर अब शिवसेना (शिंदे गुट) में हैं, भी रैली में शामिल हुए। उन्होंने करीब 10 किलोमीटर तक पैदल यात्रा कर मीणा के संघर्ष का समर्थन किया।
रैली का स्वागत-फूल, आतिशबाज़ी और नारों से गूंजा कवाई
रैली का स्वागत कवाई कस्बे में अभूतपूर्व तरीके से किया गया। होलीका खुट, पटवार चौक, बनासी चौराहा, मुख्य चौराहा और तेजाजी चौक जैसे प्रमुख रास्तों पर व्यापारियों और नागरिकों ने आतिशबाज़ी, पुष्पवर्षा और नारों से माहौल को क्रांतिकारी बना दिया।
रैली की मुख्य मांगे
नरेश मीणा की जनक्रांति यात्रा 11 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रही है, जिनमें प्रमुख हैं:
सभी विभागों में भ्रष्टाचार पर रोक
किसानों को MSP की कानूनी गारंटी
युवाओं को रोजगार के अवसर
छात्रसंघ चुनाव बहाल करना
महिला सुरक्षा सुनिश्चित करना
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
डूंगरी बांध से प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान
जल संकट और सिंचाई व्यवस्था को बेहतर करना
आदिवासी क्षेत्रों में विशेष विकास योजनाएं
स्थानीय निकायों को सशक्त बनाना
प्रशासनिक जवाबदेही तय करना