Edited By Kailash Singh, Updated: 04 Feb, 2025 04:13 PM
राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए फरवरी माह से सम्पूर्ण प्रदेश में एग्रीस्टैक योजना शुरू की जा रही है। योजना के अन्तर्गत किसानों की जानकारी का व्यापक डेटाबेस तैयार करते हुए प्रत्येक किसान को 11 अंकों की विशिष्ट फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी। इससे...
झालावाड़ 04 फरवरी। राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए फरवरी माह से सम्पूर्ण प्रदेश में एग्रीस्टैक योजना शुरू की जा रही है। योजना के अन्तर्गत किसानों की जानकारी का व्यापक डेटाबेस तैयार करते हुए प्रत्येक किसान को 11 अंकों की विशिष्ट फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी। इससे किसानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सुगमता एवं पारदर्शिता आएगी। उपखण्ड अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी (भू अभि.) अभिषेक चारण ने बताया कि एग्रीस्टैक योजना का उद्देश्य किसानों के लिए सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट, स्थानीयकृत और विशिष्ट सलाह और बाजारों तक अधिक सूचित और सुविधाजनक पहुंच प्राप्त करना एवं आसान बनाना है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा उक्त आईडी बनवाने हेतु आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नम्बर एवं जमाबंदी की अद्यतन प्रति लाना आवश्यक होगा।
यहां आयोजित होंगे शिविर
एग्रीस्टैक योजना के तहत चरणबद्ध रूप से 5 फरवरी 2025 से ग्राम पंचायत स्तर पर प्रातः 9.30 से सायं 5.30 बजे तक फार्मर रजिस्ट्री के लिए शिविर लगाए जाएंगें। सभी किसानों को एग्रीस्टैक कृषि से जोड़ा जाएगा, ताकि कोई भी किसान सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहे। झालावाड़ जिले में 5 से 7 फरवरी तक तहसील सुनेल की ग्राम पंचायत ढाबलाखींची, गंगधार की ग्राम पंचायत बर्डियाबीरजी, झालरापाटन की ग्राम पंचायत खानपुरिया व बोरदा में, पचपहाड़ की ग्राम पंचायत अलावा व भिलवाड़ी में, बकानी की ग्राम पंचायत सलावद व बड़ाय, असनावर की ग्राम पंचायत इकतासा, अकेलरा की ग्राम पंचायत थरोल व अमृतखेड़ी में, रायपुर की ग्राम पंचायत सेमलीखाम, मनोहरथाना की ग्राम पंचायत गरबोलिया, पिड़ावा की ग्राम पंचायत डोला व खैराना, खानपुर की ग्राम पंचायत बाघेर तथा डग की ग्राम पंचायत जगदीशपुरा में शिविर आयोजित होंगे। वहीं 6 से 8 फरवरी तक मनोहरथाना की ग्राम पंचायत मनोहरथाना में एवं डग की ग्राम पंचायत हरनावदा में तथा 8 से 10 फरवरी तक खानपुर की ग्राम पंचायत हरीगढ़ में शिविर आयोजित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि एग्रीस्टैक कृषि से संबंधित डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचा उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की परियोजना है। इसके अंतर्गत डिजिटल रूप में क्रॉप सर्वे, फार्मर रजिस्ट्री एवं भू-संदर्भित नक्शे का डेटाबेस निर्माण कर प्रत्येक किसान को विशिष्ट आईडी प्रदान की जाएगी। एग्रीस्टैक योजना के अंतर्गत किसान का नाम, पिता का नाम, उसके स्वामित्व वाले खेत का खसरा नम्बर, उसके हिस्से वाले खेत का खसरा नम्बर, मोबाइल नम्बर और आधार नम्बर को एकत्र कर एक कम्पलीट डाटाबेस तैयार किया जाएगा। किसानों को डाटाबेस तैयार होने के बाद पीएम किसान सम्मान निधि की किश्त आसानी से मिलना, फसल बीमा का लाभ, खराबे की स्थिति में किसानों का चिन्हीकरण, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों का स्वतः रजिस्ट्रेशन एवं अन्य किसान कल्याणकारी योजनाओं में लाभ मिलेंगे। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर डेटा तैयार करने से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं एवं सेवाओं तक किसानों की पहुंच आसान हो सकेगी।