Edited By Kailash Singh, Updated: 16 May, 2025 11:32 AM

राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत जिले में त्रिस्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आमजन की शिकायतों और समस्याओं को प्राथमिकता से सुनना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है
झालावाड़, ओमप्रकाश शर्मा । राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत जिले में त्रिस्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आमजन की शिकायतों और समस्याओं को प्राथमिकता से सुनना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। इसी क्रम में मई माह के तृतीय गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में किया गया। यह जनसुनवाई मिनी सचिवालय स्थित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में संपन्न हुई। कार्यक्रम में जिला कलक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारी जनसमस्याओं के प्रति सजग रहें और पूरी संवेदनशीलता के साथ आमजन से संबंधित कार्यों का निष्पादन सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिए।
अतिक्रमण, रास्ता विवाद और पट्टा जारी मामलों में तुरंत कार्रवाई
जनसुनवाई के दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित करीब 47 परिवेदनाएं प्राप्त हुईं। इनमें अतिक्रमण हटाने, रास्ते से संबंधित विवाद, आवासीय पट्टा जारी करवाने, खेत तक पहुँच मार्ग खुलवाने जैसे विषय शामिल थे। अतिक्रमण से जुड़े मामलों में कलेक्टर ने कहा कि सार्वजनिक उपयोग की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मौके का निरीक्षण कर तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। रास्ते से संबंधित विवादों में उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्व अभिलेखों की गहन जांच कर वास्तविक स्थिति स्पष्ट की जाए और सभी पक्षों की सुनवाई कर न्यायसंगत निर्णय लिया जाए।
समस्याओं के निस्तारण में हो पारदर्शिता और तत्परता
जिला कलक्टर ने इनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया। शेष प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। कलक्टर राठौड़ ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे प्रत्येक परिवादी की बात को गंभीरता से सुनें और समस्या के गुणवत्तापूर्ण समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र को आमजन के विश्वास का प्रतीक बनाना ही जनसुनवाई कार्यक्रमों का मूल उद्देश्य है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर, अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेटा, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भूदयाल मीणा, उपखंड अधिकारी अभिषेक चारण, तहसीलदार नरेन्द्र मीणा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।