Edited By Kailash Singh, Updated: 16 Jul, 2025 02:58 PM

पिछली 10 जुलाई को जैसलमेर जिले के बासनपीर गांव में छतरियों के जीर्णोद्धार को लेकर हुआ विवाद छतरियों के निर्माण के बाद एकबारगी थम गया था लेकिन अब ये गांव राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है। शिव से निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई भाजपाई नेता...
जैसलमेर । पिछली 10 जुलाई को जैसलमेर जिले के बासनपीर गांव में छतरियों के जीर्णोद्धार को लेकर हुआ विवाद छतरियों के निर्माण के बाद एकबारगी थम गया था लेकिन अब ये गांव राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है। शिव से निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई भाजपाई नेता यहां का दौरा कर चुके है। कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व बायतु विधायक हरीश चौधरी ने 19 जुलाई को लाव लश्कर के साथ बासनपीर आने का एलान किया था। उसके बाद आज सुबह अचानक पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बासनपीर आने का कार्यक्रम बनाकर पत्रकारों को वहां आने का न्योता दे दिया। उसके ठीक बाद प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए बासनपीर गांव में धारा 163 लगा दी जिससे कैलाश चौधरी को बासनपीर की जगह थैयात में प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी। संभावित कानून एवं शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका के चलते जन सुरक्षा एवं लोक शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा सतर्क कदम उठाए गए हैं।उपखंड अधिकारी जैसलमेर सक्षम गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए, शांति भंग करने का प्रयास किया जा सकता है। जिससे जनसाधारण की सुरक्षा, लोक व्यवस्था तथा साम्प्रदायिक सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं साम्प्रदायिक सौहार्द सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए निषेधाज्ञा लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं।