Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 22 Jan, 2025 06:57 PM
इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी और भारत में ईवी क्रांति का नेतृत्व करने वाली TATA.ev इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में सबसे आगे है। इसका लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों में ईवी की स्वीकार्यता को बढ़ाना और उनके लिए इसे...
इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी और भारत में ईवी क्रांति का नेतृत्व करने वाली TATA.ev इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में सबसे आगे है। इसका लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों में ईवी की स्वीकार्यता को बढ़ाना और उनके लिए इसे फ्यूचर-रेडी विकल्प के तौर पर तैयार करना है। इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) से जुड़ी कई भ्रांतियां हैं और उनमें प्रमुख है उसकी रेंज सीमित होना। TATA.ev इस चिंता को दूर कर रहा है और इसके लिए उसने Nexon.ev 45 और Curvv.ev जैसे प्रोडक्ट भी बाजार में उतारे हैं। एआरएआई ने प्रमाणित किया है कि यह दोनों 489-502 किमी (पी1+पी2) और सी75 की 350-425 किमी की प्रभावशाली रेंज देते हैं। दोनों मॉडल तेजी से चार्ज होते हैं यानी फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करते हैं। महज 40 मिनट में बैटरी 10 से 80% तक चार्ज हो सकती है। Curvv.ev 70किलोवॉट+ चार्जर का उपयोग कर प्रभावशाली रूप से 15 मिनट में 150 किमी की रेंज को जोड़ता है। कंपनी को ग्राहकों के व्यवहार में भी स्पष्ट बदलाव दिख रहा है- 2024 में 47 प्रतिशत उपयोगकर्ता रोज 75 किलोमीटर से अधिक का सफर कर रहे हैं, जो 2020 में 13 प्रतिशत था। यह साफ तौर पर इस धारणा को खारिज करता है कि ईवी का इस्तेमाल सिर्फ इंट्रासिटी ट्रेवल (शहर के अंदर ही) में ही किया जा सकता है।
यह धारणा भी है कि ईवी अपने आईसीई समकक्षों की तुलना में काफी महंगे हैं। हालांकि, हकीकत यह है कि TATA.ev ने स्थानीय स्तर पर तकनीक में विकास कर और तकनीकी प्रगति का लाभ उठाकर इस अंतर को काफी हद तक दूर कर दिया है। अब बाजार में अग्रणी आईसीई वाहनों के बराबर कीमत पर Curvv.ev और Nexon.ev मिल रही है और प्रतिस्पर्धी वाहनों के मुकाबले इसमें फीचर और सुविधाएं भी बहुत अधिक दी जा रही हैं। इससे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बड़ी आबादी के लिए अधिक सुलभ है। यह वाहन कॉस्ट इफेक्टिव तो है ही, ईवी ऑटोमेटिक हैं और पारंपरिक आईसी पावरट्रेन की तुलना में कल पुर्जे हलचल करते हैं, जिससे यह शांत होते हैं। इसके बाद भी ईवी आपको शक्तिशाली ड्राइव, शानदार प्रदर्शन और कम रखरखाव लागत का भरोसा देते हैं। पारंपरिक ईंधन वाले वाहनों की तुलना में कोई भी व्यक्ति ईवी के साथ पांच साल में ₹4.2 लाख से अधिक की बचत कर सकता है, जो इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की लाभप्रदता को बढ़ाता है।