Edited By Shruti Jha, Updated: 30 Jul, 2025 03:30 PM

राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनावों को लेकर चल रहे लंबे विरोध और सवालों के बीच कुलपति (VC) प्रो. अल्पना कटेजा ने स्पष्ट किया है कि छात्रसंघ चुनाव बंद करने का निर्णय यूनिवर्सिटी स्तर पर नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर लिया गया है। पंजाब केसरी...
छात्रसंघ चुनाव पर RU कुलपति का बयान, लिंगदोह कमेटी से ही चुनाव हों, अन्यथा कोई जरूरत नहीं...
राजस्थान यूनिवर्सिटी की V.C बोली की अगर छात्रसंघ चुनाव होंगे तो लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार ही होंगे , वो नियम लागू नहीं कर रहे हैं तो चुनाव नहीं हो सकते!
राजस्थान यूनिवर्सिटी की वीसी अल्पना कटेजा का जवाब – छात्रसंघ चुनाव, रूसा फंड, नैक ग्रेड और राजनीति में आने के सवाल पर बोलीं- पढ़े-लिखे लोग आएं तो अच्छा
जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनावों को लेकर चल रहे लंबे विरोध और सवालों के बीच कुलपति (VC) प्रो. अल्पना कटेजा ने स्पष्ट किया है कि छात्रसंघ चुनाव बंद करने का निर्णय यूनिवर्सिटी स्तर पर नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर लिया गया है। पंजाब केसरी राजस्थान को दिए विशेष इंटरव्यू में उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की।
छात्रसंघ चुनावों पर VC का जवाब
VC अल्पना कटेजा ने कहा, “भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और छात्रसंघ चुनाव लोकतंत्र की पहली सीढ़ी माने जाते हैं। लेकिन यह चुनाव मर्यादाओं में होने चाहिए। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार ही चुनाव हो सकते हैं। अगर वो नियम लागू नहीं कर रहे हैं तो चुनाव नहीं हो सकते।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि छात्रों का ज्ञापन न लेने के आरोप निराधार हैं। “मैं हर छात्र से मिलने के लिए समय तय करती हूं। लेकिन अगर उद्देश्य सिर्फ हुड़दंग करना, रील बनाना और राजनीतिक स्टंट करना है, तो ऐसे व्यवहार को सही नहीं ठहराया जा सकता।”
रूसा फंड लैप्स के आरोप पर दी सफाई
रूसा (RUSA) फंड को लेकर उठे सवालों पर VC ने कहा कि उनके कार्यकाल में करीब 15 करोड़ रुपये का फंड उपयोग में लाया गया है। “हर काम नियमों के तहत किया गया है। कुछ तकनीकी अड़चनें हो सकती हैं लेकिन यह कहना कि ढाई करोड़ का फंड लैप्स हो गया, तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।”
NAAC ग्रेडिंग पर उठे सवालों को बताया दुर्भावनापूर्ण
यूनिवर्सिटी को मिले A+ ग्रेड को लेकर पानी भराव और गंदगी जैसे आरोपों पर VC ने कहा कि “NAAC ग्रेड सिर्फ पानी भरने से तय नहीं होता। इसके कई मापदंड होते हैं जैसे- टीचिंग-लर्निंग, रिसर्च, स्टूडेंट सेटिस्फैक्शन, कम्युनिटी एंगेजमेंट आदि। जो लोग सिर्फ नेगेटिव बातें तलाश रहे हैं, उन्हें यूनिवर्सिटी की सकारात्मक प्रगति भी देखनी चाहिए।”
राजनीति में आने के सवाल पर क्या कहा VC ने?
कुछ छात्रों के इस आरोप पर कि VC राजनीति में आना चाहती हैं इसलिए मुद्दों से बच रही हैं, VC ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “राजनीति में अगर पढ़े-लिखे लोग आएंगे तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा है। सभी को बराबरी से इसमें भागीदारी का हक है।”
यूनिवर्सिटी के भविष्य को लेकर क्या है योजना?
अपने कार्यकाल के लगभग दो वर्ष पूरे कर चुकीं VC ने कहा कि अब उनका पूरा फोकस कम्युनिटी एंगेजमेंट, एकेडमिक वाइब्रेंसी और पर्यावरणीय संवेदनशीलता पर रहेगा। “हमारी कोशिश होगी कि यूनिवर्सिटी को और अधिक सामाजिक, शैक्षणिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार संस्थान बनाया जाए।”