Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 12 Apr, 2025 06:45 PM

गौतम हॉस्पिटल, सिविल लाइंस, जयपुर में ब्रह्म शक्ति विचार मंच के तत्वावधान में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें ब्राह्मण समाज के 21 प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों और अध्यक्षों ने भाग लिया। इस बैठक में समाज की वर्तमान समस्याओं, कुरीतियों एवं...
जयपुर | गौतम हॉस्पिटल, सिविल लाइंस, जयपुर में ब्रह्म शक्ति विचार मंच के तत्वावधान में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें ब्राह्मण समाज के 21 प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों और अध्यक्षों ने भाग लिया। इस बैठक में समाज की वर्तमान समस्याओं, कुरीतियों एवं उनके समाधान के साथ-साथ सामाजिक उत्थान हेतु ठोस कदमों पर चर्चा की गई।
भाग लेने वाले प्रमुख संगठन एवं प्रतिनिधि:
डॉ.शिव गौतम – अध्यक्ष, सोबर
ईआरसी. शर्मा – महासचिव, सोबर / संचालक, ब्रह्म शक्ति विचार मंच
सुरेश मिश्रा – राष्ट्रीय अध्यक्ष, सर्व ब्राह्मण महासभा
विजय हरितवाल – प्रदेश अध्यक्ष, गौड़ ब्राह्मण महासभा
बिरधीचंद शर्मा – राष्ट्रीय अध्यक्ष, हरियाणा गौड़ ब्राह्मण महासभा
देवी शंकर शर्मा – अध्यक्ष, गौड़ सनाढ्य फाउंडेशन राजस्थान
जीपी शुक्ला (IAS Retd.) – अध्यक्ष, कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा
जीएल शर्मा (IPS Retd.) – वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सोबर
सुनील उदेईया – संस्थापक, विप्र महासभा
अनिल कुमार शर्मा – प्रदेशाध्यक्ष, खाण्डल विप्र संगठन
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय:
शादियों में मिठाईयों के नॉनवेज नामों पर पूर्ण प्रतिबंध – ऐसे आयोजनों का बहिष्कार किया जाएगा।
प्री-वेडिंग शूट पर रोक – समाज में जागरूकता बढ़ाकर इसका विरोध किया जाएगा।
वरमाला कार्यक्रम में फूहड़ता पर रोक – गरिमामय वातावरण बनाए रखने पर जोर।
अश्लील गानों पर पूर्ण प्रतिबंध – भजन, शास्त्रीय एवं सांस्कृतिक गीतों को बढ़ावा।
शादी-विवाह में फिजूलखर्ची पर नियंत्रण – दिखावे की बजाय सादगी को अपनाने की अपील।
भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम – 30 अप्रैल को बिड़ला ऑडिटोरियम, जयपुर में दोपहर 12 बजे आयोजित होगा।
रूण्डल में वार्षिक पाटोत्सव – 29 अप्रैल को परशुराम मंदिर में मूर्ति स्थापना की तीसरी वर्षगांठ पर सामूहिक रैली का आयोजन।
9 सूत्रीय मांग-पत्र पर विचार – इसे शीघ्र राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।
समाज के शुद्धिकरण और एकता की दिशा में एक कदम
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य समाज में बढ़ रही कुरीतियों को समाप्त कर एक समरस, संगठित और संस्कारित ब्राह्मण समाज की स्थापना करना है। सभी संगठनों ने मिलकर एकता का परिचय देते हुए तय किया कि भविष्य में कोई भी कार्यक्रम सर्व ब्राह्मण संगठन के बैनर तले ही आयोजित होंगे।