Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 09 Mar, 2025 06:23 PM

फिजा में घुलता श्याम रंग, फूलों की बौछार, ब्रज भाषा के मधुर गीत, राधा नाम की रसधार', कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला पारीक कॉलेज स्थित श्रीनाथ मन्दिर मुक्ताकाशी मंच में, होली अवसर को ध्यान में रखते हुए कलावृन्द की ओर से रंगोत्सव का आयोजन किया गया,...
जयपुर | 'फिजा में घुलता श्याम रंग, फूलों की बौछार, ब्रज भाषा के मधुर गीत, राधा नाम की रसधार', कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला पारीक कॉलेज स्थित श्रीनाथ मन्दिर मुक्ताकाशी मंच में, होली अवसर को ध्यान में रखते हुए कलावृन्द की ओर से रंगोत्सव का आयोजन किया गया, इसमें मंगल वाद्य पखावज वादन छवि जोशी, गायन प्रमोद पारीक, दीपतांशु पारीक, पूर्विता, आद्विक ने हवेली संगीत की प्रस्तुति दी।
उसके उपरांत मंच पर बृज के कलाकारों ने श्रीकृष्ण और राधारानी की मनमोहक छवि को मंच पर साकार किया। 'गणपति आराधना, वृंदावन में श्री चरणन में, श्री कृष्ण की वंदना के साथ प्रस्तुति की शुरूआत हुई। इसके बाद कलाकारों ने किशोरी जी की वंदना कृष्ण पद पर मनमोहक गायन को बाल कलाकार पूर्विता और आद्विक की प्रस्तुति के साथ ब्रज यात्रा के सौंदर्य को साकार किया गया। समारोह में मौजूद दर्शकगण कृष्ण रंग में रंगे दिखायी दिए। इसी बीच ठाकुर बृजवासी और रमणिका बृजवासी के सामूहिक नृत्य प्रस्तुति ने सभी को रोमांचित कर दिया।
प्रीतम हमारो प्राण, सांवरिया थारा घूंघर गीत गायन कर कलाकारों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। हवेली प्रांगण में श्री कृष्ण की मनमोहक छवि ने दर्शकों का मनमोह लिया। बृज में रतन राधिका और बरसाना होरी भजनों से जब समां बंधा तो सभी झूम उठे। संपूर्ण कार्यक्रम में संगतकलाकारों में श्री श्री ऋषि शर्मा ने तबला वादन, श्रीरामधन गौड़ ने बासुरी, श्री विष्णु दत्त व बबलू बृजवासी झांझ-मंजीरा आदि वादयंत्रों की दमदार संगत की।