Edited By Kailash Singh, Updated: 10 Jan, 2025 06:50 PM
जयपुर, 10 जनवरी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड ने कहा कि रिफाइनरी पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिया गया बयान न केवल हास्यास्पद है बल्कि ‘उल्टे बांस बरेली को’ वाली कहावत को सार्थक करता है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववती...
जयपुर, 10 जनवरी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड ने कहा कि रिफाइनरी पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिया गया बयान न केवल हास्यास्पद है बल्कि ‘उल्टे बांस बरेली को’ वाली कहावत को सार्थक करता है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववती भाजपा सरकार के समय वर्ष 2017 में रिफाइनरी का शिलान्यास हुआ था जोकि अक्टूबर 2022 में पूर्ण होनी थी। लेकिन कांग्रेस ने जानबूझकर रिफाइनरी परियोजना को लटकाया-भटकाया और इसकी लागत 36 हजार करोड रूपये से बढ़कर 72 हजार करोड़ रूपये हो गई। अशोक गहलोत ने विधानसभा में तीन बार घोषणा करते हुए परियोजना शुरू करने की तारीख तय की थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेशवासियों को रिफाइनरी की सौगात जल्द देने के लिए कटिबद्ध हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिसंबर 2023 में हमारी सरकार बनी तो रिफाइनरी का काम 72 प्रतिशत पूरा हुआ था। हमने कार्य को गति देते हुये एक वर्ष में ही इसे 84 प्रतिशत तक पहुंचा दिया। वर्तमान में राजस्थान रिफाइनरी के निर्माण का कार्य तीव्र गति से जारी है। इसकी 9 यूनिट्स में से लगभग सभी यूनिट्स का 90 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूर्ण हो चुका है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता हमेशा ईआरसीपी, ईडब्ल्यूएस आरक्षण, यमुना जल समझौते सहित विभिन्न मुद्दों पर सिर्फ प्रचार के लिए अनर्गल बात करते हैं। यह उनकी आदत में शुमार हो चुका है। अगर गहलोत चाहते तो रिफाइनरी बहुत पहले ही शुरू हो जाती।