Edited By Kailash Singh, Updated: 20 Jul, 2025 06:34 PM

अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ (अरस्तु) के प्रदेश अध्यक्ष रामकृष्ण अग्रवाल ने राज्य सरकार द्वारा आरपीएससी में सदस्य संख्या 7 से बढ़ा कर 10 करने के निर्णय का तहे दिल से समर्थन और स्वागत किया है।कार्य की अधिकता के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा लिए...
राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्य संख्या बढ़ोतरी का अरस्तु ने किया स्वागत
जयपुर। अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ (अरस्तु) के प्रदेश अध्यक्ष रामकृष्ण अग्रवाल ने राज्य सरकार द्वारा आरपीएससी में सदस्य संख्या 7 से बढ़ा कर 10 करने के निर्णय का तहे दिल से समर्थन और स्वागत किया है।कार्य की अधिकता के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय से परीक्षाओं का संचालन, साक्षात्कार ,पदोन्नतियां आदि समय पर होंगे। संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि कर्मचारियों में सबके ज्यादा संख्या शिक्षा विभाग की होती है जिसमे वरिष्ठ अध्यापक (6 विषयो के), व्याख्याता(17 विषयो के) , कोच, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक आदि की भर्ती आरपीएससी के द्वारा ही की जाती है। इसके मद्देनजर संगठन का कहना है कि आरपीएससी के 10 सदस्यों में से एक सदस्य स्कूल शिक्षा से जुड़ा हुआ होना चाहिए। शिक्षा विभाग में डीपीसी में भी आरपीएससी के सदस्य की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उनकी उपस्थिति एवं अनुमोदन पर ही अतिरिक्त निदेशक, संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक, जिला शिक्षा अधिकारी प्रधानाचार्य, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक आदि पदों पर पदोन्नतियों का अनुमोदन आरपीएससी द्वारा ही किया जाता है। शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की संख्या को देखते हुए आरपीएससी में कम से कम एक सदस्य शिक्षा से जुड़ा हुआ होना चाहिए यह लोक सेवा आयोग के हित में भी होगा। संगठन के प्रदेश प्रवक्ता देवकरण गुर्जर ने बताया कि हमने पुरजोर शब्दों में मांग की है कि आरपीएससी के 10 सदस्यों में से एक सदस्य स्कूल शिक्षा से संबंधित होना चाहिए।ऐसा ही राज्य अधीनस्थ कर्मचारी भर्ती बोर्ड में भी होना चाहिए।