Edited By Kailash Singh, Updated: 06 Sep, 2025 03:14 PM

प्रतापगढ़ जिले की सालमगढ़ पुलिस ने एक युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने युवक के प्रेम प्रसंग के शक में उसे जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद उसने अपनी जीवन लीला समाप्त...
जयपुर 06 सितम्बर। प्रतापगढ़ जिले की सालमगढ़ पुलिस ने एक युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने युवक के प्रेम प्रसंग के शक में उसे जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एएसपी परबत सिंह और सीओ चंद्र शेखर के मार्गदर्शन में थानाधिकारी भानु प्रताप सिंह की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
पीड़ित की माँ तुलसीबाई मीणा निवासी कानड ने पुलिस को बताया कि 29 अगस्त की रात लगभग 11:30 बजे जितेंद्र, नीलेश और दो अन्य लोग उनके घर में घुस आए। वे उनके बेटे कालूराम के बारे में पूछ रहे थे। जब उन्होंने कालूराम को घर पर नहीं पाया तो वे परिवार के साथ झगड़ा करने लगे। जाते-जाते उन्होंने घर से एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल ले ली और धमकी दी कि वे कालूराम को ढूंढ लेंगे और उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।
अगले दिन सुबह कालूराम का शव बबूल के पेड़ से लटका हुआ पाया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि जितेंद्र, नीलेश और उनके साथियों ने ही कालूराम को मारकर पेड़ पर लटकाया है।
पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। शुरुआती जांच और गुप्त रूप की जानकारी से पता चला कि सालमगढ़ के रहने वाले भीमराज मीणा को शक था कि उनकी बेटी का कालूराम के साथ अवैध संबंध था। इसी वजह से भीमराज ने अपने बेटे रितेश और जितेंद्र के साथ मिलकर कालूराम को धमकी दी थी और उसकी मोटरसाइकिल ले गए थे।
पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को रितेश मीणा पुत्र भीमराज (23), कालूराम मीणा पुत्र देवी लाल (19), जीतु उर्फ जितेंद्र मीणा पुत्र प्रभु लाल (22) और लोकेश मीणा पुत्र नानू राम (22) निवासी लापरियारुण्डी को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है। इस कार्रवाई को सफल बनाने वाली टीम में थानाधिकारी भानु प्रताप सिंह, एएसआई अभय सिंह और कमल कुमार सहित कई अन्य जवान शामिल थे। इस गिरफ्तारी में कांस्टेबल भजन लाल, भंवर लाल और गटु लाल की विशेष भूमिका रही।