Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 17 Feb, 2025 05:40 PM
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हनुमानगढ़ | फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत के बाद बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाई गई हनुमानगढ़ की एक और बच्ची पुष्पा की सोमवार को मौत हो गई। पांच वर्षीय पुष्पा हनुमानगढ़ जंक्शन की बिहारी बस्ती की निवासी थी। बुखार, खांसी, उल्टी, दस्त की...
हनुमानगढ़ (बालकृष्ण थरेजा) | फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत के बाद बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाई गई हनुमानगढ़ की एक और बच्ची पुष्पा की सोमवार को मौत हो गई। पांच वर्षीय पुष्पा हनुमानगढ़ जंक्शन की बिहारी बस्ती की निवासी थी। बुखार, खांसी, उल्टी, दस्त की शिकायत के साथ पुष्पा के फेफड़ों में संक्रमण था। अब तक फेफड़ों में संक्रमण से चार बच्चों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सघन क्षेत्रों में स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। इस बीच टाउन स्थित राजकीय जिला चिकित्सालय में बुखार से पीडि़त करीब बीस बच्चों का इलाज चल रहा है। उल्लेखनीय है कि अब तक करीब नौ मरीजों की जांच रिपोर्ट में इन्फ्लुएंजा-बी वायरस की पुष्टि हो चुकी है। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ने वाले गांव सम्पतनगर के दस वर्षीय बच्चे विकास की जांच रिपोर्ट में भी इन्फ्लुएंजा-बी वायरस की पुष्टि हुई थी। विकास व उसकी नौ वर्षीय बहन आरुषि तथा जंक्शन की नई खुंजा की गली नम्बर चार की निवासी शिवानी (12) की फेफड़ों में संक्रमण की वजह से पिछले दिनों मौत हुई थी। इन बच्चों की मौत के बाद से मेडिकल टीमों की ओर से सम्पतनगर व नई खुंजा में भी सर्वे किया गया। इस बीच चिकित्सा विभाग की ओर से खांसी-जुकाम और बुखार के बाद सांस में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले बच्चों का विशेष ध्यान रखने के साथ ही मास्क पहनाने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने की हिदायत दी जा रही है। विभाग के अनुसार इस वायरस का खतरा 6 महीने से 10 साल की उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं, कमजोर इम्युनिटी, पुरानी बीमारियों से ग्रसित और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा होता है। इससे बचाव के लिए फेस मास्क पहनें, खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को अच्छी तरह कवर करें, भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, हाथों को समय-समय पर पानी और साबुन से धोते रहें, खुद को हाइड्रेट रखें, पानी-फ्रूट जूस या अन्य पेय पदार्थ का सेवन करते रहें, नाक और मुंह छूने से बचें, बुखार आने की स्थिति में पैरासिटामोल लें, पब्लिक प्लेस पर न थूकें और न ही हाथ मिलाएं, चिकित्सक की सलाह लिए बगैर कोई दवाई नहीं लें, लक्षण आने पर नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लें।