Edited By Anil Jangid, Updated: 29 Dec, 2025 03:23 PM

डूंगरपुर। राजस्थान के डूंगरपुर जिले में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की एक बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ, जिसमें बीएपी विधायक उमेश डामोर और बीजेपी सांसद मन्नालाल रावत के बीच तीखी बहस और धमकी का आदान-प्रदान हुआ। सोमवार को आयोजित बैठक में यह...
डूंगरपुर। राजस्थान के डूंगरपुर जिले में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की एक बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ, जिसमें बीएपी विधायक उमेश डामोर और बीजेपी सांसद मन्नालाल रावत के बीच तीखी बहस और धमकी का आदान-प्रदान हुआ। सोमवार को आयोजित बैठक में यह घटना हुई, जहां सांसद राजकुमार रोत, विधायक उमेश डामोर और बीजेपी सांसद मन्नालाल रावत मौजूद थे।
बैठक की शुरुआत में बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने राज्य सरकार के मुद्दों पर बात की, जो एजेंडे से बाहर थे। इस पर बीजेपी सांसद मन्नालाल रावत ने आपत्ति जताई और केवल केंद्र सरकार की योजनाओं पर चर्चा करने की बात की। इस मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच बहस शुरू हो गई।
राजकुमार रोत ने कहा, "बैठक का अध्यक्ष मैं हूं, और यहां क्षेत्र की हर समस्या पर चर्चा हो सकती है जो जनता से जुड़ी हो।" इसके बाद रोत ने आरोप लगाया कि मन्नालाल रावत डूंगरपुर के विकास में रुचि नहीं रखते और सिर्फ माहौल खराब करने के लिए आए हैं।
विधायक उमेश डामोर ने दी धमकी
सांसद रावत और सांसद रोत के बीच बहस गर्माने के बाद विधायक उमेश डामोर भी इस विवाद में कूद पड़े। उन्होंने सांसद रावत को धमकी देते हुए कहा, "अगर लड़ाई करनी है तो बाहर आ जाओ।" यह वाक्य इतना तीव्र था कि दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं की स्थिति बन गई। इस बीच सुरक्षाकर्मियों को बीच-बचाव करना पड़ा और माहौल शांत करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 15 मिनट तक चली इस नोकझोंक के कारण बैठक का माहौल पूरी तरह से गरम हो गया था।
बैठक का माहौल हुआ तनावपूर्ण
सदन में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य नेताओं ने कठिनाई से दोनों पक्षों को शांत कराया। इसके बाद बैठक की कार्यवाही को दोबारा सुचारू रूप से चलाया गया। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना लिया है, क्योंकि यह न केवल नेताओं के बीच की व्यक्तिगत तकरार को दर्शाता है, बल्कि क्षेत्रीय मुद्दों पर भी गहरी असहमति को उजागर करता है। इस पूरे विवाद के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या राजनीतिक मतभेदों और व्यक्तिगत विवादों के कारण विकास कार्यों की गति में रुकावट आ सकती है।