Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 27 Aug, 2025 07:52 PM

बीकानेर | भारत-पाक सीमा से नशे की तस्करी की एक बड़ी कोशिश को बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) की इंटेलीजेंस ब्रांच ने नाकाम कर दिया।
बीकानेर | भारत-पाक सीमा से नशे की तस्करी की एक बड़ी कोशिश को बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) की इंटेलीजेंस ब्रांच ने नाकाम कर दिया। खुफिया सूचना पर की गई संयुक्त कार्रवाई में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर बीकानेर के ग्राम 1 के वाई डी क्षेत्र में छापेमारी कर लगभग 2.7 किलोग्राम हेरोइन के 5 पैकेट बरामद किए गए। इस मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 12 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
यह कार्रवाई बीएसएफ इंटेलीजेंस ब्रांच बीकानेर के उप कमांडेंट महेश चंद जाट को प्राप्त पुख्ता सूचना पर की गई। जानकारी थी कि पाकिस्तान से भारत में नशीले पदार्थों की खेप भेजी जाने वाली है। इसके बाद राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक एमएल गर्ग, क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर के उप महानिरीक्षक अजय लूथरा, इंटेलीजेंस ब्रांच जोधपुर के कार्यवाहक उप महानिरीक्षक राजकुमार यादव, 140वीं बटालियन के कमांडेंट प्रभाकर सिंह और इंटेलीजेंस ब्रांच बीकानेर के उप कमांडेंट महेश चंद जाट के निर्देशन में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
कार्रवाई के दौरान रावला पुलिस की मदद से सुखवंत सिंह के घर की तलाशी ली गई, जिसमें लवप्रीत सिंह उर्फ लाब सिंह (निवासी – आर्निवाला, फाजिल्का, पंजाब) को पकड़ा गया और उसके कब्जे से पांच पैकेट हेरोइन जब्त किए गए।
अधिकारियों के अनुसार, यह बरामदगी कोई अलग घटना नहीं बल्कि पाकिस्तान से संचालित बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, जो लगातार भारतीय युवाओं को नशे की लत में फंसाने की कोशिश करता है। बीएसएफ इंटेलीजेंस ब्रांच ने लगातार सतर्कता से इन प्रयासों को विफल किया है और राजस्थान फ्रंटियर को नशामुक्त बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।
महेश चंद जाट ने न केवल खुफिया जानकारी के आधार पर तस्करी पर कई बार कड़ी चोट की है, बल्कि सीमा क्षेत्र के गांवों में जाकर युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से भी जागरूक किया है। इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार सहित इंटेलीजेंस ब्रांच की टीम का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बीएसएफ अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस मादक पदार्थ के भारतीय बाजार में पहुंचने से पहले ही उसे रोककर युवाओं के भविष्य को सुरक्षित किया गया है। गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ जारी है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है। बीएसएफ ने पुनः दोहराया कि उसकी प्राथमिकता सीमा क्षेत्र को पूरी तरह से नशा मुक्त और अपराधमुक्त बनाना है और इसके लिए किसी भी कीमत पर तस्करों को सफलता हासिल नहीं करने दी जाएगी।