Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 17 Oct, 2025 03:23 PM

भीलवाड़ा में नगर निगम द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप की आदमकद पंचधातु प्रतिमा का अनावरण समारोह आयोजित हुआ। संत उत्तम स्वामी ने जीवन में रोटी, बेटी, चोटी और धोती का महत्व बताया। महापुरुषों के सही इतिहास और सम्मान पर जोर।
भीलवाड़ा : महाराणा प्रताप की पंचधातु प्रतिमा के अनावरण समारोह में संत उत्तम स्वामी ने कहा कि जीवन में रोटी, बेटी, चोटी और धोती इन चार चीजों का ध्यान रखना हर व्यक्ति का धर्म है। महाराणा प्रताप ने अपने देश, समाज और सनातन धर्म की रक्षा के लिए रोटी छोड़कर घास खाई थी। आज हम उन्हीं के चरणों में बैठकर गर्व महसूस कर रहे है। संत उत्तम स्वामी गुरुवार को नगर निगम की ओर से स्थापित की गई महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा के अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। संत ने रिमोट का बटन दबाकर प्रतिमा का आनावरण किया। समारोह में जबरदस्त का उत्साह देखने को मिला। भील समाज के लोग अपने परंपरागत हथियार के साथ नृत्य करते हुए समारोह स्थल पर पहुचे। संत ने कहा कि आज हम माथे पर तिलक इसलिए लगा पा रहे हैं क्योंकि भील समाज और ने आहुति दी थी ।
महापुरुषों को इतिहास में उचित स्थान नहीं मिला
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि आज़ादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों के षड्यंत्र के कारण हमारे महापुरुषों को इतिहास में वह स्थान नहीं मिला, जिसके थे पात्र थे। नई शिक्षा नीति के तहत अब महान नायकों का सही इतिहास नई पीढ़ी तक पहुंचाया जाए।
महाराणा के नाम का उपयोग लाभ के लिए लिया जा रहा
नाथद्वारा विधायक और महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह ने कहा महाराणा प्रताप की गाथाएं 500 वर्षों से किया जा रहा है लेकिन आजकल कुछ लोग केवल उनके नाम का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
महापुरुषों के बगैर भगवान को नहीं पूजा जा सकता: महापौर पाठक
नगर निगम महापौर राकेश पाठक ने कहा कि महापुरुषों को पूजे बगैर भगवान की भी नहीं पूजा उसकता क्यों कि उनके बिना भगवान मंदिरों में रहना मुश्किल था। शीघ्र ही गोल प्याऊ चौराहे पर एक ओर मूर्ति प्रतिमा हाथी पर बैठकर होगी।