Edited By Kailash Singh, Updated: 20 Sep, 2025 12:06 PM

भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक और बड़ी सफलता अर्जित करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने उपखण्ड कार्यालय डीग में कार्रवाई करते हुए एसडीएम देवी सिंह और उनके रीडर मुकेश कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने...
डीग20 सितंबर। भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक और बड़ी सफलता अर्जित करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने उपखण्ड कार्यालय डीग में कार्रवाई करते हुए एसडीएम देवी सिंह और उनके रीडर मुकेश कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने एक विवादित जमीन प्रकरण में 'रिसिवर आदेश' पारित करने की एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
कैसे हुआ खुलासा?
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि परिवादी ने एसीबी धौलपुर ईकाई को शिकायत दी थी कि उपखण्ड अधिकारी डीग देवी सिंह और उनके रीडर मुकेश कुमार ने उसकी स्वयं की विवादित जमीन में पक्ष में आदेश पारित करने के बदले में रिश्वत की मांग की है।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए इसकी गोपनीय जांच करवाई गई, जिसमें पुष्टि हुई कि मुकेश कुमार ने एसडीएम के कहने पर 1.5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। हालांकि बाद में बात 80,000 रुपये में तय हुई।
रंगे हाथों पकड़ाया पूरा खेल
एसीबी टीम ने 19 सितंबर 2025 को सुनियोजित ट्रैप कार्रवाई करते हुए उपखण्ड कार्यालय डीग में परिवादी से रिश्वत लेते समय मुकेश कुमार को रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके पर बरामद की गई राशि मुकेश कुमार की कार्य टेबल से बरामद की गई। पूछताछ के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि रिश्वत की मांग एसडीएम देवी सिंह के कहने पर ही की गई थी, जिसके आधार पर दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया।
कार्रवाई का नेतृत्व और सुपरविजन
इस जांच और ट्रैप कार्रवाई का नेतृत्व एसीबी भरतपुर रेंज के उपमहानिरीक्षक श्री राजेश सिंह के सुपरविजन और एसीबी चौकी धौलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री ज्ञान सिंह चौधरी के नेतृत्व में किया गया।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, और पूछताछ के साथ-साथ आगे की जांच जारी है।