Edited By Kailash Singh, Updated: 04 Jun, 2025 12:54 PM

बांसवाड़ा साइबर पुलिस ने परतापुर के जवाहर कॉलोनी निवासी अमन कलाल को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन साइबर ठगी के बड़े मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अमन के खिलाफ यस बैंक के 11 खाताधारकों के निष्क्रिय खातों से 13 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है
बांसवाड़ा, 4 जून (पंजाब केसरी): बांसवाड़ा साइबर पुलिस ने परतापुर के जवाहर कॉलोनी निवासी अमन कलाल को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन साइबर ठगी के बड़े मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अमन के खिलाफ यस बैंक के 11 खाताधारकों के निष्क्रिय खातों से 13 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है। पुलिस पूछताछ में अमन ने बताया कि वह दुबई के प्रेम दोसी से क्रिप्टो करेंसी मंगवाता और अपने बाइनेंस अकाउंट पर उसे बेचता था। इसके अलावा, अन्य आरोपी लोगों से सीधे साइबर ठगी कर प्राप्त रकम दिव्यांशु सिंह और मेगनेश जैन की मदद से बैंक खातों में जमा कराते थे। दोनों बैंक कर्मी इन खातों से नकद निकासी कर हवाला कारोबारी अविनाश जैन के जरिए पैसा दुबई भेजने का काम करते थे।
मास्टरमाइंड अमन कलाल
अमन पहले से ही साइबर अपराधों में सक्रिय था और उसने बैंक के पूर्व कर्मचारी दिव्यांशु और मेगनेश को मोटा कमीशन देकर अपने साथ जोड़ा। गिरोह डेढ़ साल से सक्रिय था और विभिन्न राज्यों के लोगों को ऑनलाइन डराने-धमकाने, झूठे निवेश व टेलीग्राम चैनलों के माध्यम से ठगी करता था।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
थानाधिकारी सीआई देवीलाल मीणा ने बताया कि अमन कलाल को 7 जून तक पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है। गिरोह में और भी सदस्य जुड़े हो सकते हैं, जिनकी जांच जारी है। अमन की गिरफ्तारी से इस मामले में कई नए खुलासे होने की संभावना है। यह गिरोह पहले निष्क्रिय खातों में रकम जमा कर फर्जी चेक और हस्ताक्षर से नकद विड्रॉल करता था। अधिकांश ठगी की रकम अमन के निजी खाते में आती थी, जहां से अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की जाती थी।