Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 10 Jul, 2025 03:31 PM

अलवर जिले की धोलागढ़ देवी थाना पुलिस ने अपहरण और फिरौती मांगने के एक सनसनीखेज मामले का 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि इस कार्रवाई में अपहरण में इस्तेमाल की गई बलेनो कार भी...
जयपुर । अलवर जिले की धोलागढ़ देवी थाना पुलिस ने अपहरण और फिरौती मांगने के एक सनसनीखेज मामले का 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि इस कार्रवाई में अपहरण में इस्तेमाल की गई बलेनो कार भी बरामद कर ली गई है। एसपी नैन ने बताया कि 27 अप्रैल को एक परिवादी ने धोलागढ़ देवी थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 26 अप्रैल की शाम को भनोकर गांव में उसके भांजे की गाड़ी रोककर कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। शिकायत के अनुसार पंकज पुत्र सुमरत लाल, अजीराम पुत्र देवीराम निवासी भनोकर, मोनू मीणा निवासी निठारी, अन्नू कसाना और दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने मिलकर उनके भांजे की आंखों पर पट्टी बांधकर उसे एक कार में अगवा कर लिया। बाद में अपहरणकर्ताओं ने परिजनों को फोन कर भांजे को छोड़ने के एवज में ₹3 लाख की फिरौती की मांग की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए, तुरंत मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. प्रियंका और वृताधिकारी कठूमर कैलाश चंद के निकटतम सुपरविजन व थानाधिकारी धोलागढ़ देवी संजय कुमार के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने सघन आसूचना संकलन और तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए तेजी से कार्रवाई की। उनकी मेहनत रंग लाई और अपहरण कर फिरौती मांगने वाले गिरोह के एक मुख्य आरोपी मोनू मीणा पुत्र बलवीर प्रसाद निवासी निठारी थाना धोलागढ़ देवी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के साथ ही, अपहरण में प्रयुक्त बलेनो कार को भी जब्त कर लिया गया है। इस सफल अभियान में थानाधिकारी उप निरीक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल लोकेश और कांस्टेबल संग्राम सिंह ने विशेष भूमिका निभाई, जबकि कांस्टेबल नरेंद्र सिंह भी टीम का हिस्सा रहे। उक्त टीम अब शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।