Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 17 Jul, 2025 08:30 PM

अजमेर । राजस्थान लोक सेवा आयोग की सूचना पर अनुसंधान पश्चात एसओजी के द्वारा आयोग में कार्यरत् लिपिक गेड- प्रथम को सांय 5 बजे आयोग कार्यालय से हिरासत में ले लिया। आरोपी कनिष्ठ सहायक/लिपिक गेड-द्वितीय संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2018 के अन्तर्गत चयन...
अजमेर । राजस्थान लोक सेवा आयोग की सूचना पर अनुसंधान पश्चात एसओजी के द्वारा आयोग में कार्यरत् लिपिक गेड- प्रथम को सांय 5 बजे आयोग कार्यालय से हिरासत में ले लिया। आरोपी कनिष्ठ सहायक/लिपिक गेड-द्वितीय संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2018 के अन्तर्गत चयन पश्चात् लिपिक ग्रेड-द्वितीय के पद पर आयोग में नियुक्त हुई थी, जो कि पदौन्नति पश्चात् लिपिक ग्रेड-प्रथम के पद पर कार्य कर रही थी। आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि आरोपी सरोज विश्नोई पुत्री रामस्वरूप पत्नी धर्माराम निवासी- ग्राम- कुचौर अगुणी, तहसील- नोखा, जिला-बीकानेर है। आरोपी के कनिष्ठ सहायक/लिपिक गेड-द्वितीय संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2018 में ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कर चयनित होने की जानकारी आयोग को गोपनीय माध्यमों से प्राप्त हुई थी। इस पर आयोग द्वारा 24 मार्च 2025 को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी जयपुर को इसं संबंध में सूचित किया गया।
इसके परिणाम स्वरूप एसओजी द्वारा एफआईआर संख्या - 35/2025 धारा 420, 120बी भा.द.स. व धारा 4, 5, 6 राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती मय अनुचित साधन का प्रयोग) अधिनियम 1992 एवं 66डी सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम, 2008 के अन्तर्गत दर्ज कर अनुसंधान किया गया। प्रकरण में जांच दौरान पुलिस थाना एसओजी, जयपुर ने यह पाया कि सरोज बिश्नोई ने लिपिक ग्रेड -।। संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा-2018 (एलडीसी) की परीक्षा ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल करके पास की थी। इसमें पौरव कालेर द्वारा उसके परिचित दिनेश सिंह व राजू मैट्रिक्स के साथ लीक पेपर नरेश दान से हल करवाया गया था। इसके उपरांत पौरव कालेर द्वारा हल प्रश्न पत्र आरोपी को ब्लूट्रूथ डिवाइस के माध्यम से पढ़ाया गया। परिणामस्वरूप उक्त भर्ती में नकल के माध्यम से सरोज चयनित हुई तथा परीक्षा प्रणाली की पवित्रता को भंग करते हुये पेपर के बदले में पौरव कालेर को मोटी रकम देकर ब्लूट्रूथ डिवाइस के माध्यम से परीक्षा का पेपर हल कर अनुचित लाभ प्राप्त किया। इस पर आरोपी सरोज विश्नोई को अग्रिम कार्यवाही हेतु आयोग कार्यालय से एसओजी द्वारा गिरफ्तार किया गया है।